कर्ता करे ना कर सके,शिव करे सो होय
तीन लोक नौ खण्ड में शिव बडा़ ना कोय
जय केदारनाथ
जिनके रोम रोम में शिव है वहीं विश पिया करते है जमाना उन्हें क्या जल आएगा जो सिंगार ही अंगार से किया करते नमः शिवाय
अकाल मृत्यु वो मरे जो करे काम chandaal का
काल उसका क्या करे जो भक्त है mahakal का
आँधी तूफान से वो डरते है, जिनके मन में प्राण बसते है ।वो मौत देखकर भी हँसते है, जिनके मन में महाकाल बसते है ।अनंन्त है अकाल है,काल नहीं वो महाकाल हैजटाओ मैं गंगा चंद्र विराज है,कंठ मैं जिसके नाग है,नीलकंठ वो विषधारी विकराल है,त्रिनेत्र धारी प्रचंड ताण्डव भष्म ही पहचान हैभोले भंडारी है,वो सबसे भोले है,हर परेशानी से जो तारे,काल को भी जो मारे,डमरू धारी शिव है वो मेरा महाकाल है,मेरा भोले है वो वो ही भस्म धारी है,जय महाकाल,जय भोले